क्या ईश्वर का अस्तित्व है?
एक महान साइंटिस्ट थे जिनका नाम था मैक्सवेल जिन्होंने गणित और भौतिक विज्ञान में बहुत से नियम बनाए। इन्होंने ही १८७५ में विद्युत चुम्बकय सिद्धांत दिया जिससे रेडियो और टेलीविजन का आविष्कार संभव हो सका। मैक्सवेल के नियम भौतिक विज्ञान की बड़ी खोजों में एक माना जाता है।
मैक्सवेल का ईश्वर पर बहुत विश्वास था, जबकि मैक्सवेल का एक सहायक था जिसे ईश्वर के अस्तित्व पर कोई विश्वास नहीं था। मैक्सवेल के सहायक का मानना था कि ब्रह्मांड का अस्तित्व एक बहुत बड़े विस्फोट से हुआ था जिसे बिग बैंग कहते है।
मैक्सवेल ने अपने सहयोगी को ईश्वर के अस्तित्व पर विश्वास दिलाने के लिए सौर मंडल का एक मॉडल बनाया और एक कमरे में रख दिया। जब उनके सहयोगी ने वो मॉडल देखा तो वह बहुत आश्चर्य चकित हुआ।
सहयोगी ने पूछा कि ये मॉडल किसने बनाया?
मैक्सवेल ने कहा कि ये मॉडल किसी ने नहीं बनाया।
सहयोगी ने फिर कहा ऐसा कैसे हो सकता है ये मॉडल जरूर किसी ने बनाया होगा।
मैक्सवेल ने कहा कि मै दूसरे कमरे में बैठा हुआ था तभी एक विस्फोट हुआ और जब मै इस कमरे में आया तो ये मॉडल दिखा।
उनके सहयोगी ने हंसते हुए कहा कि मुझसे मजाक मत करो भला विस्फोट से इतना खूबसूरत मॉडल कैसे बन सकता है?
मैक्सवेल ने हंसते हुए कहा कि जब ये मॉडल विस्फोट से नहीं बन सकता तो इतनी खूसूरत दुनियां, इतना खूबसूरत सोलर सिस्टम, इतना खूबसूरत ब्रह्मांड एक विस्फोट (बिग बैंग) से कैसे बन सकता है।
मैक्सवेल ने कहा कि जिस तरह भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित इत्यादि का नियम है और उन नियमों को वैज्ञानिकों ने बनाया है उसी तरह जो ब्रह्मांड और संसार के नियम है उनको भी किसी अलौकिक शक्ति ने बनाया है जिसे हम ईश्वर कहते है।