भगवान गणेश के बाएं हाथ में रस्सी पकड़ी हुई क्यों दिखाई देती है
हर साल बडे जश्न के साथ मनाया जाने वाला गणेश चतुर्थी का त्यौहार फिर से दस्तक देने को है। गणेश चतुर्थी इस साल 22 अगस्त को है और गणेश चतुर्थी हिंदूओं का दस दिन तक चलने वाला त्यौहार होता है जिसमें वो अपने देवता गणेश के जन्म तौर पर मनाते हैं। गणेश शंकर और पार्वती के बेटे हैं। जिन्हें 108 नामों से जाना जाता है। सभी देवताओं में सबसे पहले गणेश की ही पूजा की जाती है।
मान्यता है कि सूंड के संचालन से ही भगवान अपने भक्तों के दुख और कष्ट दूर करते हैं। साथ ही गणेश जी की सूंड हमेशा हिलती डुलती रहती है जो उनके हर पल सक्रिय रहने का संकेत देती है।
गणेश जी के बांये हाथ की रस्सी स्वयं अनुशासित रहने और अपने जीवन के चरम लक्ष्य की ओर खींच कर ले जाने का संकेत देती है और यह लक्ष्य है स्वयं श्री गणेश।
बात कुल्हाड़ी की करें तो भगवान गणेश के हाथों में कुल्हाड़ी दर्शाती है कि वह सभी प्रकार के बंधनों से मुक्त हैं।