भारत में हिन्दुओं को उनके धर्म से काटने के लिए कैसे हथकंडे अपनाये जा रहे हैं?
सबसे पहले तो उनके धर्म में से विसंगतियां ढूंढ ढूंढ कर उनका मज़ाक उड़ाया गया, जिस से वे लाचार हो कर विकल्प, अर्थात उनके धर्म के बारे में जानने में उत्सुक हों |
फिर उन्हें अपने धर्म की अच्छाइयां बताते हुए अनेक प्रलोभन दिए गए |
फिर उनके धर्म को दूसरे धर्मों के जैसा ही बताते हुए भ्रमित करने की कोशिश की गयी |
फिर फिल्म इंडस्ट्री पर पैसे के बल पर कब्ज़ा करते हुए धार्मिक/घरेलु फिल्मों के स्थान पर अश्लील और हिन्दू धर्म का मज़ाक उड़ाती फिल्में परोसे जाने लगीं |
शायद ये सुनने में इतना महत्वपूर्ण ना लगे, लेकिन जब छोटे छोटे बच्चे भी “सेक्सी राधा” गाने गाते हैं तो समझदार लोगों को तो तकलीफ होती ही है |
और फिर उनके त्योहारों को निशाना बना कर उनके उत्सव मनाने के तरीको पर ही सवाल उठाने लगे |
होली पर पानी का दुरूपयोग, दिवाली पर प्रदूषण की समस्या, अब तो नववर्ष भी पहली जनवरी को ही मनाया जाने लगा है |