मुंबई लोकल के मोटर चालक अपनी अंतिम ट्रेन की सवारी को पूरा करने के बाद घर कैसे जाते हैं?
जी हाँ, मुंबई लोकल के मोटर चालक अपनी अंतिम ट्रेन की सवारी को पूरा करने के बाद घर नहीं बल्कि रुनिंगरूम में जा कर आराम फरमाते हैं। जिससे की वे सुबह में अपनी ड्यूटी के ‘सेकंड पार्ट’ के लिए तरोताज़ा हो जाएं। और फिर सुबह रुनिंगरूम बेयरर द्वारा निश्चित समय पर उठाए जाने के बाद फ्रेश वगैरह होने के उपरांत अपनी ड्यूटी के ‘सेकंड पार्ट’ की ट्रेनों को गन्तव्य स्थलों तक कार्य करने के बाद ही घर जाते हैं।
मध्य रेल के मुंबई डिवीज़न में उपनगरीय (लोकल) ट्रेनों के सभी टर्मिनेटिंग स्टेशनों, जैसे मेन लाइन पर सी एस एम टी, कुर्ला, ठाणे, कल्याण, टिटवाला, कसारा, अम्बरनाथ, बदलापुर, कर्जत के साथ हार्बर लाइन पर वाशी, बेलापुर और पनवेल के अलावा उपनगरीय ट्रेनों के लिए बनाई गई स्टेबलिंग साइडिंग जैसे वांगनी, ठाकुर्ली इत्यादि और तीनों कारशेडों कुर्ला, कलवा एवं सानपाड़ा में इस प्रकार के रुनिंगरूम बनाये गए हैं जहाँ अंतिम लोकल ट्रेन पंहुचने के बाद ये मोटरमैन आराम कर सकें।