कुत्ते के काटने पर पहले 14 इंजेक्शन लगते थे, औऱ अब केवल 3 ही क्यों लगते हैं?
2002 के पहले तक कुत्ते काटने पर 14 इंजेक्शन लगाए जाते थे फिर उसके बाद 5 इंजेक्शन फिर 4 इंजेक्शन और अब 3 दिन इंजेक्शन ही लगाए जाते हैं। आप कुत्ता काटने के बाद रोगी को सिर्फ 3 दिन ही अस्पताल जाना पड़ता है पहला काटने के बाद दूसरी डोज तीसरे दिन और फिर अंतिम यानी तीसरी डोज सातवें दिन लगाई जाती है। यह इंजेक्शन इंट्रेडर्मल अर्थात त्वचा में लगाए जाते हैं जिससे कि मरीज को तकलीफ ज्यादा ना हो।
इससे पहले सन् 2002 तक त्वचा में इंजेक्शन नहीं लगते थे यह न्यूरल इंजेक्शन लगाए जाते थे जिससे मरीज को अत्यधिक पीड़ा होती थी क्योंकि यह इंजेक्शन अर्थात वैक्सीन पेट की नाभि में लगाए जाते थे इसीलिए यहां मरीजों को अत्यधिक पीड़ा का अनुभव होता था।
कुछ समय बाद सर्वोच्च न्यायालय ने मरीजों की पीड़ा को देखते हुए इन इंजेक्शन ऊपर रोक लगा दी उसके बाद नए तरह की वैक्सीन का इजाद किया गया और इनकी पावर बढ़ा कर इन्हें सिर्फ 3 दिन और 3 डोज तक सीमित कार दिया गया इससे मरीजों की पीड़ा भी काफी कम हो गई और अस्पताल मैं आने जाने में लगने वाला व्यर्थ समय भी बच गया।