म्यूचुअल फंड:शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान भी मल्टी कैप फंड में पैसे लगाकर कमा सकते हैं फायदा

कोरोना महामारी के दौर मे निवेशकों के बीच यह चिंता बनी हुई है की क्या शेयर बाज़ार में निवेश करने का यह सही समय है। लेकिन इसी कशमकस में एक साल निकल गया और जिन निवेशकों ने हिम्मत जुटाई उनका निवेश सही साबित हुआ और जो निवेश नहीं कर पाए उन्हें इस बात का अफसोस जरूर होगा। पिछले एक साल मे शेयर बाज़ार ने निवेशकों को मालामाल कर दिया।

हालांकि ऐसा नहीं है की आने वाले अगले एक साल में आपको शेयर बाज़ार से पिछले एक साल का प्रदर्शन दोहराने के उम्मीद करनी चाहिए। सच पूछिए तो शेयर बाजार में निवेश के लिए हर समय सही समय है यदि शेयरों का चुनाव सही हो और निवेश का नजरिया लम्बा हो। हमने देखा है की इक्विटी एक ऐसा एसेट क्लास है, जो लम्बे समय में अच्छे रिटर्न दिलाने की क्षमता रखता है। आप भी मल्टी कैप फंड में पैसा लगाकर शानदार रिटर्न पा सकते हैं। पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट और ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के संस्थापक व सीईओ पंकज मठपाल आपको मल्टी कैप फंड से जुड़ी खास बातें बता रहे हैं।

मल्टी कैप फंड का महत्व
कंपनियों के आकार के आधार पर, उनके इक्विटी शेयरों को लार्ज कैप, मिड कैप या स्माल कैप में बांटा गया है। सामान्य तौर पर देखा गया है कि लार्ज कैप शेयर अक्सर कम जोखिम के साथ एक औसतगति से बढ़ते हैं, जबकि स्माल कैप अधिक जोखिम के साथ लंबे वक्त मे बेहतर रिटर्न दिलाने की क्षमता रखते हैं।

एक सफल निवेश पोर्टफोलियो के लिए स्थिरता और ग्रोथ का मिश्रण बहुत महत्वपूर्ण है। यह कहना आसान है कि निवेशकों को उसी प्रकार के मार्केट कैप वाले शेयरों मे निवेश करना चाहिए जिनसे उस वक्त पर बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद हो लेकिन व्यावहारिक रूप से यह संभव नहीं हो पता। ऐसे में एक डाइवर्सिफाइड मल्टी कैप फंड अच्छा विकल्प हो सकता है।

इससे एक साथ कई कैटेगिरी में निवेश का मिलता हे फायदा
सेबी के निर्देशों के अनुसार मल्टी कैप फ़ंड का निवेश तीनों श्रेणी लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में समान रूप से 25-25% होना जरूरी है। जबकि शेष 25% राशि को फ़ंड मैनेजर अपनी बुद्धिमता और परिस्थिति के अनुसार किसी भी श्रेणी के शेयरों मे निवेश कर सकते हैं। पूरी तरह से डाइवर्सिफ़्फाइड पोर्टफोलियो होने के कारण मल्टी कैप फंड विभिन्न परिस्थितियों मे एक औसत जोखिम के साथ अच्छा रिटर्न दिलाने की क्षमता रखते हैं।

क्यों सही है मल्टी कैप फंड?
शेयर बाज़ार मे छोटे वक्त में उतार चड़ाव की संभावना बनी रहती है लेकिन लंबे वक्त मे यह जोखिम कम हो जाता है। निवेशकों को अपने लंबी अवधि के फाइनेंशियल गोल्स को ध्यान मे रखकर इक्विटि मल्टी कैप फ़ंड में निवेश करना चाहिए। लंबी अवधि मे एक अनुशासित तरीके से SIP के जरिए निवेश शेयर बाज़ार मे होने वाले उतार- चड़ाव के जोखिम को और भी कम कर देता है।

नए निवेशक विशेष रूप से जो एक छोटी राशि के साथ एक इक्विटी फंड में एक मुश्त या SIP शुरू करना चाहते हैं, उनके लिए भी मल्टी कैप फंड एक अच्छी पसंद हो सकती है क्योंकि उन्हें एक ही स्कीम मे लार्ज, मिड और स्माल कैप तीनों तरह के म्यूचुअल फंड का लाभ मिल सकता है।

कम से कम 5 साल के लिए निवेश करना रहेगा सही
आमतौर पर ऐसा देखा गया है की एक आर्थिक तौर पर मजबूत कंपनी बुरे हालातों मे अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता रखती है जबकि एक कमजोर कंपनी अच्छे समय मे भी व्यवसाय मे बढ़त बनाने मे असफल रह जाती है। इसलिए निवेश की इस रणनीति में पूरे सैक्टर को एक नजर से देखने के बजाए एक कंपनी के आर्थिक स्थिति और बिजनेस मोडल पर अधिक ध्यान दिया जाता है। अच्छा जोखिम सहने की क्षमता रखने वाले निवेशकों को पांच साल या उससे अधिक के नजरिए से इस योजना में निवेश करना चाहिए।

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