स्मार्टफोन और कंप्यूटर में हमेशा डाउनलोडिंग स्पीड ज्यादा क्यों होता है और अपलोडिंग स्पीड कम क्यों ?
इस टेक्नॉलाजी के युग में आज हर किसी के पास एक स्मार्ट डिवाइस होती ही है। क्यों के हरकोई जानता है,इस पॉकेट कंप्यूटर के कितने फायदे है। जो कि हमइस पोर्टेबल स्मार्टफोन याफिर लैपटॉप के इस्तेमाल सेउठाते है। और इसी के साथ आजके डिजिटल मार्केटिंग के दुनियामें हमारा ज्यादा तर काम अब अपने लैपटॉप याफिर स्मार्टफोन से हीहो जाता है।क्यों की यहां हमे ढेर सारे क्रिएटिव काम को करते रहना पड़ता है। और साथ ही में उस क्रिएटिव कामको इसी के सहारे अपलोड और डाउनलोड भी करना पड़ता है।
जो कि हर कोई यहां करता है ,और उस कामको दुनिया के सामने लाने की कोशिश करता है ।पर क्या आपको पता है जब आप इस इंटरनेट कि दुनिया से कोई फाइल डाउनलोड करते होतो इसका स्पीड अपने वाईफाई या फिर सेल्यूलर नेटवर्क के हिसाब से हमेशा तेज होता है ।पर वही आप जब किसी विडियो , फाइल, मुजिक जैसे कामको आप कही अपलोड करनेकी कोशिश करते हो तो वो बेहद ही धीमे गति से होता है ।पर ऐसा क्यों होता है ,तोह आज यहां इसी चीजके पीछेका कारण हमजानेंगे ।
दरसअल दोस्तो आपकाजों लैपटॉप ,कंप्यूटर और स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हो उसकी एक कैपेसिटी होती है । और टेक्निकल भाषा में इसे क्लाइंट कहते है ।जिसे अलग अलग सर्वर से डेटा मिलता है ,जों की आप रिक्वेस्ट करते हो ।पर इसकी प्रॉसेस बेहद बड़ी होती है ।जो कि सुरु होती है आपके डिवाइस से लेकर इंटरनेट के केंद्र तक और उस मेन डेटासेंटर से लेकर आपके डीवाइस तक ।पर मैने यहां बात की है कैपेसिटी की ,दोस्तो यहां जों डेटा सेंटर होते है वो काफी ज्यादा हाई टेक मशीनों से लैस होते है। जहां बेहद सी चीजे आती है ,जैसे कि रेम साइज,
स्टोरेज साइज ,प्रोसेसिंग स्पीड ,नेटवर्क स्पीड ,और ये हर वक्त अपग्रेड होते रहते है ।
ताकि डेटा सेंटर से क्लाइंट तक जाने वाली डेटा की स्पीड की एक क्लास मेंटेंट रहे ।और इसलिए इन डेटा सेंटरो की जो हार्डवेअर और सॉफ्ट वेयर की कैपेसिटी ज्यादा होने के कारण हम तक जो डेटा भेजा जाता है वो काफी तेजीसे आता है ।पर जबबात आती है हमारे डीवाईस के तरफसे तोह हमारे हार्डवेअर इतने हाई टेक नहीं रहते,कि ये इतनी तेजी से डेटा सर्वर तक कोई फाइल भेज सके ।और इस वजह से जो यहां हमारा उपलोडिंग स्पीड होता है वोस्लो होता है।पर वही डाउनलोडिंग स्पीड बेहद तेजीसे होजाता है।तोह ये रिजन हैकि आपका डाउनलोडिंग स्पीड ज्यादा होताहै अपलोडिंगसे.