1957 में 10 ग्राम सोने का क्या मूल्य था?

भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था। देश आज 15 अगस्त को आजादी का जश्न मना रहा है। क्या आपको पता है 1947 में जब देश आजाद हुआ था तब सोने का दाम कितना था। लोगों का सोने को लेकर प्रेम कभी कम नहीं होता है। खासकर महिलाएं सोने के गहनों को लेकर बहुत संवेदनशील होती है। सोने को पूरे विश्व में सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है। जब भी विश्व के बाजारों में उथल-पुथल होती है लोग सोना खरीदने के लिए दौड़ लगाते हैं। पूरे विश्व में केंद्रीय बैंक सोने के भंडार रखती है। यहां तक की करेंसी छापने के लिए भी सोने को ही आधार बनाया जाता है।

पिछले 71 सालों में सोने में हजारों रुपए की बढ़त आ चुकी है। जब 1947 में देश आजाद हुआ था तब 10 ग्राम सोने की कीमत 88.62 रुपए थी। आज दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 30,630 रुपए है। अब तक इसमें काफी बढ़त आ चुकी है। भारत में अब सोने के दाम वैश्विक स्तर पर होने वाली हलचल से तय होते हैं। अगर वैश्विक बाजारों में सोने के दाम गिरते हैं तो भारत में भी इसके दाम में गिरावट आती है।

1948 में सोने के दाम बढ़कर 95.87 रुपए हो गए थे। इसके बाद 1953 में सोने के दाम में फिर गिरावट आई। 1953 में सोने के भाव प्रति 10 ग्राम 73.06 रुपए तक पहुंच गए। 1959 में सोने का भाव पहली बार 100 रुपए के पार गया। 1959 में सोने का भाव 102.56 रुपए था। 1964 में सोने के रेट में बड़ी गिरावट आई। इस साल सोने का भाव 63.25 रुपए पर पहुंच गया। इसके बाद सोने के भाव का स्तर फिर कभी 1947 के लेवल पर नहीं गया। इसके बाद इसमें लगातार बढ़त आई।

सोने को फिर से 100 रुपए का स्तर छूने में 3 साल लग गए। 1967 सोने का भाव 102.5 रुपए पर पहुंच गया। 1972 में सोने का भाव पहली बार 200 के स्तर के पार गया। इस साल 10 ग्राम सोने का भाव 202 रुपए था। सिर्फ 2 साल बाद सोना 1974 में 500 रुपए के स्तर पर पहुंच गया।

1980 में सोना 1000 का लेवल पार कर गया। 1980 में सोने का भाव 1,330 रुपए हो गया। 1985 में सोने ने 2000 रुपए का स्तर छुआ। इसके बाद 1996 में सोना 5160 रुपए पर पहुंच गया। 2007 में सोना 10,800 रुपए के लेवल पर पहुंचा। 2010 में सोने ने 20000 का स्तर तोड़ दिया। 2011 में सोने का भाव 26,400 पर पहुंच गया।

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