28 वर्ष की उम्र तक विवाह ना करने वालों पर लगे Tax, संसद में रखा गया ऐसा चौकाने वाला प्रस्ताव
विवाह हर धर्म में पवित्र माना जाता है इसमें बन्धने वालों का रिश्ता पवित्र होता है और इस पवित्र रिश्ते में बन्धने के लिए आयु की कोई सीमा भी नहीं है क्योंकि हर किसी का अधिकार है कि वह किसी भी उम्र में शादी कर सकता है। शादी में बस एक जरूरी बात यह होती है कि लड़का और लड़की दोनों ही राजी होने चाहिए, अगर दोनों में से एक भी राजी नहीं होता है तो शादी नहीं हो सकती क्योंकि जबर्दस्ती शादी करना भी एक जुर्म है।
ईरान की राजधानी तेहरान में एक ऐसा वाक्या पेश आया है जिसमें 28 वर्ष की उम्र तक शादी करने का प्रस्ताव संसद में पेश किया गया है। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति 28 वर्ष की उम्र तक शादी नहीं करता है तो उसपर टैक्स लगाया जाना चाहिए। धर्मगुरू मोहम्मद इदरीसी ने ईरान की संसद में यह प्रस्ताव रखा है जिसमें 28 वर्ष की उम्र तक शादी ना करने वालों पर एक शादी में जितना खर्चा आता है उस हिसाब से टैक्स लगाने की बात कही गयी है इसके अलावा जो इस उम्र तक शादी नहीं करता है.
उसे देश के विश्वविद्यालयों और बड़े institutes में पढ़ाने पर भी पाबंदी होनी चाहिए। ऐसा प्रस्ताव इस वजह से रखा गया है क्योंकि ईरान में पिछ्ले कुछ सालों मे जन्मदर काफी गिर गयी है, पिछले साल जन्मदर 2.88% गिरी थी जबकि साल 2020 में यह 2.97% गिरी है। इसी को देखते हुए धर्मगुरू मोहम्मद इदरीसी ने संसद में ऐसा अनोखा प्रस्ताव रखा है, उनका कहने है कि अगर इसी तरह से जन्मदर गिरती रही तो हमारे defence में भी कमजोरी आ जायेगी जिससे देश कमजोर होने लगेगा।
वह कहते हैं कि इस प्रस्ताव की मदद से लोग जल्दी शादी करेंगे जिससे कि समय पर बच्चे पैदा होंगे और आर्मी की तादाद भी बढ़ेगी। जैसे ही इस प्रस्ताव की बात सोशल मीडिया पर आई तो इसपर लोगों ने तरह-तरह का रिएक्शन दिया और लोग तरह-तरह की बाते करने लगे। वैसे ईरान में जन्मदर घटना एक समस्या तो है ही लेकिन क्या इस तरह का प्रस्ताव जिसमें शादी करने की अजादी में दखल देना क्या लोगों के अधिकारों का उल्लंघन नहीं है? आपकी क्या राय है हमें कमेंट में ज़रूर बताएँ।