फ्लैट बेंच प्रेस व्यायाम करने के फायदे
व्यायाम के माध्यम से शरीर को स्वस्थ और आकर्षक बनाया जा सकता है। शरीर के विभिन्न हिस्सों के लिए उससे संबंधित व्यायाम होते हैं। जिम में शरीर के एक हिस्से को लक्षित करते हुए दिन के हिसाब से व्यायाम बंटे हुए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई व्यायाम ऐसे भी हैं, जिनके करने से एक साथ शरीर के अधिकांश मांसपेशियों पर असर होता है। ऐसा ही एक व्यायाम है बेंच प्रेस। सीधे बेंच पर किया जाने वाला यह व्यायाम लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। इस एक व्यायाम से न केवल आप अपनी छाती की सभी मांसपेशियों को सक्रिय करते हैं, साथ ही यह कंधों और ट्राइसेप्स को भी मजबूती देता है।
तुलनात्मक दृष्टि से देखें तो छाती की मांसपेशियां सबसे सख्त और मजबूत होती हैं, ऐसे में इन्हें बनाने के लिए विशेष ध्यान देने के साथ-साथ लंबा समय भी देना होता है। छाती को लक्षित करने वाले कई सारे व्यायाम हैं। फ्लैट बेंच प्रेस व्यायाम न सिर्फ छाती को आकर्षक और मजबूत बनाता है, साथ ही इसमें आपको चोट लगने का खतरा भी कम होता है।
कैसे करें फ्लैट बेंच प्रेस व्यायाम –
जिम के परिवेश से परिचित लोगों ने यह अनुभव किया होगा, उनके प्रशिक्षक पुश-अप और बेंच प्रेस की एक श्रृंखला के साथ व्यायाम की शुरुआत कराते हैं। इसका कारण यह है कि छाती की मांसपेशियों को विकसित करना अपेक्षाकृत आसान होता है, साथ ही उसके परिणाम भी जल्दी दिखने शुरू हो जाते हैं। इस व्यायाम में कुछ विविधताएं जोड़कर, आप अपने सीने, ट्राइसेप्स का भी व्यायाम एक साथ ही कर सकते हैं।
वजन और तीव्रता को धीरे धीरे बढ़ाएं। हालांकि, यह व्यक्ति की क्षमता पर निर्भर करता है। सबसे पहले, एक फ्लैट बेंच प्रेस के बेसिक व्यायामों को करें और समय के साथ-साथ आगे के चरणों की ओर बढ़ें। चरणबद्ध तरीके से निम्न व्यायामों और उनके दिशानिर्देशों का पालन करें।
फ्लैट बेंच प्रेस के फायदे –
जिम जाने वाले लोगों के बीच फ्लैट बेंच प्रेस व्यायाम सबसे पसंदीदा है, ऐसा इसलिए क्योंकि इसका प्रभाव छाती की मांसपेशियों पर सीधे तौर पर होता है। फ्लैट बेंच प्रेस व्यायाम से छाती के आकार को बढ़ाने के साथ इससे संबंधित मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए किया जाता है। फ्लैट बेंच प्रेस करने से निम्न लाभ होते हैं।
भार उठाने की क्षमता बढ़ती है।
शरीर के उपरी हिस्से की सभी मांसपेशियों के लिए यह काफी लाभदायक है।
एक ही समय में सभी प्रमुख और छोटी-मोटी मांसपेशियों का व्यायाम
ट्राइसेप्स, डेल्टोइड्स, सेराट्स एंटीरियर (छाती का हिस्सा) और पसलियों का व्यायाम भी एक साथ हो जाता है।
हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।