एचआईवी भी दिल की बीमारी का एक कारण, जानिए कैसे
एचआईवी संक्रमण की वजह से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा उन लोगों में बढ़ जाता है, जिन्हें दिल की बीमारी नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि एचआईवी वायरस की वजह से शरीर में मौजूद ब्लड वेसल्स में सूजन हो सकती है, जिसका असर हमारे कार्डियोवैस्क्यूलर सिस्टम (ह्रदय प्रणाली) पर पड़ता है। इससे दिल पर दवाब बढ़ जाता है।
एचआईवी पॉजिटिव होने पर शुरुआती लक्षणों में थकावट का एहसास ज्यादा होता है। शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने की वजह से ऐसा होता है।
शरीर का तापमान का बढ़ना या फिर बार-बार बुखार होना। बुखार की वजह से सोते वक्त पसीना भी आता है।
थकावट और लगातार सिर दर्द की वजह से नींद नहीं आना और ऐसे में चेहरे पर निशान आने लगते हैं। ये निशान ठीक भी नहीं होते हैं।
एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट के अनुसार ऐसे मरीज जिनमें एचआईवी पॉजिटिव है उनमें दिल की बीमारियां बढ़ रही है। पूरे विश्व में तीन करोड़ से ज्यादा एचआईवी पॉजिटिव मरीज हैं और इसके आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं।