स्विमिंग पूल में सेक्स करते समय रखें इन बातों का ध्यान
दोस्तों आपको बता दे कि वजायना की अच्छी सेहत के लिए उचित पीएच स्तर का होना जरूरी होता है। स्विमिंग पूल में सेक्स करने से महिला की योनि का पीएच लेवल गड़बड़ा सकता है। खासतौर पर अगर महिला को यूरिनरी इंफेक्शन जल्दी हो जाता हो, तो क्लोरीनयुक्त पानी के संपर्क में आने से उसे वजायनल इंफेक्शन की संभावना ज्यादा हो जाती है।
दोस्तों बहुत लोगों को लगता है कि पानी में सेक्स करने के दौरान लुब्रिकेंट आवश्यक नहीं होता है। यह सोचना गलत है। लुब्रिकेंट के रूप में पानी का उपयोग करने से योनि की त्वचा पर रैशेस हो सकते हैं। इससे यौन संचारित संक्रमण (STI) फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
दोस्तों आप अभी-अभी पूल में सेक्स करके आएं हैं तो आपको लगता होगा कि क्लोरीन मिले पानी से बैक्टीरिया दूर हो गए होंगे। लेकिन, ऐसा बिलकुल भी नहीं है। पूल में इंटरकोर्स के बाद यूरिन पास करना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि यूटीआई की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, यूरिनरी इंफेक्शन की संभावना को कम करने के लिए वॉटर सेक्स के तुरंत बाद यूरिन पास जरूर करना चाहिए।
दोस्तों आपको जितना आकर्षक स्विमिंग पूल में सेक्स करना लगता है। वास्तव में, यह उतना होता नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि वॉटर सेक्स के दौरान पानी प्राइवेट पार्ट में मौजूद नेचुरल लुब्रिकेशन को खत्म कर देता है। जिसकी वजह से पेनिट्रेटिव सेक्स करने से महिला साथी को दर्द ज्यादा होता है जिससे प्लेजर में कमी आती है।