जानिए क्या बीसीजी वैक्सीन लेने वालों को कोरोना वायरस का खतरा कम हो जाता है
हाल ही में हुए शोध के मुताबिक, जिन देशों में बीसीजी वैक्सीन प्रोग्राम चलाया गया है, उनमें कोरोना वायरस की बीमारी कोविड- 19 की वजह से होने वाली मौतों में 6 गुना कमी दर्ज की गई है। हालांकि, इस शोध की अभी समीक्षा की जानी बाकी है।
आपको बता दें कि, बीसीजी का टीका ट्यूबरकुलोसिस यानी टीबी से बचाव करने के लिए लगाया जाता है। दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस से बचाव में इस टीके के प्रभाव का टेस्ट किया जा रहा है। जैसे- ऑस्ट्रेलिया में शोधकर्ताओं की एक टीम कोविड- 19 हेल्थकेयर वर्कर्स में महामारी से बचाने में इसके असर के बारे में शोध कर रही है।
बीसीजी का टीका पर किया गया शोध किसी अकेडमिक जर्नल की बजाय MedRxiv ऑनलाइन आर्काइव में प्रकाशित किया गया है। क्योंकि, अभी दूसरे शोधकर्ताओं द्वारा इस स्टडी की समीक्षा नहीं की गई है। यह रिसर्च प्रत्येक देश के प्रति 10 लाख नागरिकों पर कोरोना की वजह से होने वाली मृत्यु दर से जुड़े पर्याप्त आंकड़ों पर आधारित है। शोधकर्ताओं ने उन शीर्ष 50 देशों का आंकड़ा जुटाया है, जहां कोविड- 19 संक्रमण से सबसे ज्यादा संक्रमित मामले दर्ज किए गए हैं।
शोधकर्ताओं ने इन देशों की मृत्यु दर का आंकलन करते हुए प्रत्येक देश की आर्थिक स्थिति और बुजुर्गों की जनसंख्या पर भी ध्यान दिया है। यह रिसर्च कोरोना वायरस महामारी के बीच बीसीजी वैक्सीन के संभावित फायदे जानने का परिणाम है। इसे जॉन्स होपकिंस ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के विशेषज्ञों ने रिसर्च में कहा कि, बीसीजी वैक्सीन और कोविड- 19 से मरने वालों की तादाद में कमी का संबंध भविष्य में जल्द ही इस महामारी के उबरने का कारण बन सकता है।