Rahul's target on Modi government, says arrogance is more dangerous than ignorance

ये है नरेन्द्र मोदी सरकार की नई योजना

देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पीएम मोदी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ का मंत्र दिया है। हालांकि बालना से चल रही सीमा टकराव के बाद सरकार ने दूसरे राष्ट्रों से आयात की बजाए हिंदुस्तान में विनिर्माण क्षेत्र में खुद के पैरों पर खड़े होने पर जोर दिया है। इसी कड़ी में सरकार सौर ऊर्जा (सोलर एनर्जी) से चलने वाली कारों को बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नरेन्द्र मोदी सरकार देश में सोलर कार निर्माण को बढ़ावा देने के लिए ईमानदारी देने पर विचार कर रही है।

 केंद्र ने पूरी योजना बनाई है

 सोलर कार मैन्युफैक्चरिंग में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार ने एक नई नीति का खाका तैयार किया है, जिससे देश में सोलर कार निर्माण के जुड़ी कंपनियों को आकर्षित किया जा सकेगा। नरेन्द्र मोदी सरकार के जो योजना बनाई है उसके तहत औटो कंपनियों को कर में छूट, सही, सस्ता कर्ज़ व सस्ता जमीन मुहैया किए जाएंगे, जो सोलर कार निर्माण के लिए देश में प्लांट में विचार दिखाएंगे। साथ ही अब इस क्षेत्र में बड़े स्तर पर रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ी हैं।

 सरकार बना रही समिति

 इस दिशा में कार्य को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सरकार जल्द ही एक कमेटी का गठन करेगी। रिपोर्ट के मुताबिक इस कमेटी में वित्त मंत्रालय, पावर-रीन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय और भारी उद्योग मंत्रालय व इस क्षेत्र के संबंधित जानकारी को शामिल किया जाएगा। यह समिति पीएम ऑफिस (पीएमओ) को अपने सुझाव देगी कि देश में सोलर कार विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए किस योजना के तहत योजना बनाई जाए। सूत्रों के मुताबिक सरकार इस योजना को लेकर बहुत ज्यादा संजीदा है।

 यात्री वाहन का बड़ा बाजार बनेगा भारत

 रिपोर्ट के मुताबिक हिंदुस्तान वर्ष 2021 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा यात्री वाहन मार्केट बन सकता है। ऐसे में सोलर एनर्जी के मार्केट को लेकर सरकार को बड़ी संभावनाएं दिख रही हैं। देश में वैसे ही टाटा मोटर्स (टाटा मोटर्स), टीवीएस मोटर्स (टीवीएस मोटर्स) व महिंद्रा (महिंद्रा) जैसी अटैचमेंट कंपनियों के पहले से ही सोलर प्लांट हैं।

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