ये है दो जुड़वा तोते मजेदार हिंदी कहानी
बहुत समय पहले की बात है एक घने पेड़ पर तोते के दो जुड़वा बच्चे रहते थे एक दिन जब तोता खाना लेने गया तब एक शिकारी उस पर चुपके से चला और एक तोते को पकड़ कर ले गया जबकि दूसरा तोता जल्दी से और कर भाग गया बनाते हैं साधु की कुटिया में पहुंच गया तो साधु ने पालिया अब समय बीत गया
दोनों तोते बड़े होते हैं क्योंकि शिकारी झूठ बोलता था और गालियां भी देता था तो शिकारी का तोता भी झूठ बोलना और गाली देना सीख गया जबकि साधु का तोता सब देवा ने बोलता था और अच्छी बातें बोलता था।
एक दिन जब राजा शिकारी के घर के पास से गुजरे तो शिकारी का तोता राजा से गलत बात करने लगा गालियां देने लगा राजा को यह देखकर बहुत गुस्सा आ गया। राजा ने तुरंत सैनिकों से कहकर उस तोते को मरवा दिया
राजा का काफिला थोड़ा आगे बढ़ा तो जंगल में एक साधु की कुटिया के पास में पहुंचा वहां पर भी बिल्कुल वैसा ही तोता पिंजरे में बंद थाराजा कुमारी पर अपनी आंखों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं हुआ वह तुरंत अपने घोड़े से उतरा तोते के पास गया तो तोते ने कहां अरे राजा स्वागत है ऊटी के मीठे स्वर देखकर राजा आश्चर्य में पड़ गया जी बिल्कुल ऐसा ही दिखने वाला तोता कितना दुष्ट था परंतु उसके जैसे दिखने वाला यह तोता कितने मीठे स्वर बोल रहा है।
तभी राजा को यह समझ में आ गया था कि इन दोनों की परवरिश अलग-अलग जगह पर हुई है जिसकी वजह से इनके व्यवहार में काफी बदलाव हुआ है।
तू दोस्तों फिर राजा ने उस तोते को अपने महल में ले जाकर रख लिया जिसके बाद स्तुति की किस्मत ही बदल गई वह अच्छी-अच्छी चीजें खाता रहता फल खाता रहता और बहुत ही आराम से रहता था।