भारत में ‘सिकंदर महान’ द्वारा बसाया गया गांव! जानिए पूरी जानकारी
“मलाणा गांव”: यह गांव ‘हिमाचल प्रदेश’ के गांव कुल्लू घाटी उत्तर पूर्व में स्थित है। समुद्र तल से 9,938 फीट की ऊँचाई पर मलाणा गाँव भी स्थित है, जिसे ‘ताबो के गाँव’ के नाम से भी जाना जाता है। ‘कनाशी’ मलाणा की स्थानीय भाषा है। पहाड़ियों के मध्य बसा यह क्षेत्र प्राकृतिक रूप से बेहद खूबसूरत व समृद्ध है।
यह ड्रग माफिया द्वारा अपने ‘हशीश’ के लिए भी जाना जाता है। यह 1994 और 1996 में, हाई टाइम्स पत्रिका के कैनबिस कप में, दो बार सर्वश्रेष्ठ ‘हशीश’ का खिताब जीत चुका है।
ऐसा माना जाता है कि इस गांव को ‘सिकंदर’ जब भारत आया था, उस समय उसने बसाया था। संभव है कि यहां, यूनानी सभ्यता के वंशज भी रहते हो और संभव है कि भारतीय समुदाय के साथ मिलकर, उन्होंने नई प्रजाति विकसित की हो। यहां के लोग अपने इतिहास के बारे में बहुत ज्यादा नहीं जानते हैं।मलाणा में लोग सभी गैर-मालानी को हीन मानते हैं और परिणामस्वरूप अछूत हैं।
यह आधुनिक दुनिया से दूर एकांत क्षेत्र है। इसका अपना स्वायत्तशासी निकाय है और यह पूरे गांव पर नियंत्रण रखता है।
अपनी आवश्यकता के अनुसार सभी चीजें खुद पैदा करता है । यह देश के बाकी हिस्सों से अपने आपको अलग रखता है। यहां के लोग बाहरी दुनिया से संबंध रखने पर जुर्माना भी लगाते हैं। संभवत यह लोग बाहरी विकसित दुनिया से किसी पुराने खराब अनुभव के कारण डरे हुए हैं।