कैंसर पेशेंट्स में कोरोना वायरस का खतरा क्यों है ज्यादा?
कैंसर रोगियों कि प्रतिरोधक क्षमता बहुत कमजोर होती है। कई कैंसर पेशेंट्स जिनकी कीमोथेरेपी चल रही है उन्हें उल्टी की शिकायत रहती है, जिस वजह से वह कई चीजों का सेवन नहीं करती।
इससे भी उनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है। कोरोना वायरस कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले मरीजों में घातक हो रहा है। यहीं कारण है कि कैंसर पेशेंट्स को खास ध्यान रखने के लिए कहा जा रहा है।
कैंसर के पेशेंट्स को इसका खतरा इसलिए अधिक है क्योंकि इन लोगों का इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर होता है। इसके साथ ही इनके कीमोथेरेपी के सेशन भी होते हैं। कोरोना वायरस का जोखिम.
आपके कैंसर उसके उपचार के प्रकार और अन्य कारकों पर निर्भर करता है। इसके अलावा जो लोग सिगरेट पीते हैं और उन्हें फेफड़ों के संबंधित रोग हैं उन्हें भी इसका खतरा अधिक होता है। बुजुर्ग लोगों में भी इसके होने की संभावना ज्यादा है।
सबसे पहली बात आपको जिस चीज का ध्यान रखना चाहिए वो है आपका खानपान। थोड़ी- थोड़ी देर बाद कुछ खाते रहें। जितना हो सके तरल पदार्थ का सेवन करें। इससे आपके शरीर में कमजोरी नहीं होगी और प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है।